चली आ लुढ़कती लुढ़कती चली आ मिरी गेंद तू बैट के पास आ जा मैं हूँ दौड़ा आता पकड़ने को तेरे ठहर जा बस अब हाथ आ जा तू मेरे लुढ़कती है क्या अब कहाँ छोड़ता हूँ तुझे आधे रस्ते से मैं मोड़ता हूँ न पड़ना कहीं गारे कीचड़ में जा कर कि हो जाएगी इस में गंदी सरासर नहीं अच्छे होते हैं मैले खिलौने मिरे हाथ हो जाते हैं इन से मैले