घड़ी By Nazm << झूल मामूँ झूल गाँधी जी के मंतर तीन >> टिक-टिक करती रहती है देखो घड़ी क्या कहती है छूट न जाए वक़्त की रेल पहले पढ़ाई पीछे खेल देखो घड़ी क्या कहती है टिक-टिक करती रहती है Share on: