हर मज़हब की ऊँची शान जिस से बना है देश महान सब को देता प्रेम का दान प्रेम प्यार की है ये खान हिन्दू मुस्लिम सिख ईसाई बोध और जैनी की है आन पाठ यही है पहला बस बन जाओ सारे इंसान वीर बनो ऐ प्यारे बच्चो तुम भारत की हो संतान किसी को कोई कष्ट नहीं सब सोए हैं चादर तान हर मज़हब का आदर करता मेरा भारत हिन्दोस्तान