होली जब भी आए प्यार की ख़ुशियाँ लाए रंगों के खेलों में मस्ती सी छा जाए ख़ुश हैं दादी नानी बच्चों की नादानी पिचकारी में भर कर फेंक रहे हैं पानी रंग रंगीली होली छैल छबेली होली बच्चे हूँ या बूढे सब की सहेली होली पानी के ग़ुबारे रंगों के नज़ारे बुरा न मानो भय्या लगते हैं क्या प्यारे