हुस्न-ए-पुर-फ़न By Nazm << क्यों जल्वों के महताब बुझ... उल्टी रीत >> जुम्बिश-ए-मिज़्गाँ जादू जादू सेहर-ज़दा हैं मंज़र हर-सू नश्तर नश्तर नीम-निगाही ख़ंजर ख़ंजर तीखे आबरू मंज़र मंज़र रंग-ए-तबस्सुम गौहर गौहर ढलके आँसू दामन दामन आस की कलियाँ ख़िरमन ख़िरमन बर्क़-ए-तबस्सुम गुलशन गुलशन रंग-ए-बहाराँ चिलमन चिलमन पलकें पुर-नम Share on: