कू-ब-कू जा-ब-जा है इंटरनेट जहाँ देखो लगा है इंटरनेट घर हो स्कूल हो या दफ़्तर हो लाज़मी हो गया है इंटरनेट गुफ़्तुगू हो रही है कैफ़े में साइबर सिलसिला है इंटरनेट क्या नहीं उस की वेब-साइट में जाम-ए-जमशेद सा है इंटरनेट सोच में इन्द्र-देव बैठे हैं जाल सा बन रहा है इंटरनेट मुझ को ईमेल भेजते रहना या'नी मेरा पता है इंटरनेट