इज़हार का मतरूक रास्ता By Nazm << दार-उल-अमान के दरवाज़े पर फ़क़त मौत मुझे भाती है >> इज़हार मोहब्बत के लिए लाज़मी नहीं कि फूल ख़रीदे जाएँ किसी होटल में कमरा लिया जाए या परिंदे आज़ाद किए जाएँ इज़हार-ए-मोहब्बत के लिए तुम अपने बोसे काग़ज़ में लपेट कर भेज सकती हो जिस तरह मैं ने अपने जज़्बे तुम्हें पोस्ट कर दिए हैं Share on: