मैं ज़िंदगी हूँ ज़िंदगी ये है मिरा नाम-ओ-निशाँ जुम्बिश दह-ए-बर्ग-ओ-समर सूरत-गर-ए-शाम-ओ-सहर जान-ओ-दिल-ए-शम्स-ओ-क़मर सौत-ओ-नवा-ए-बहर-ओ-बर है मुझ से गर्दिश में ज़मीं मुझ से है दौर-ए-आसमाँ मैं ज़िंदगी हूँ ज़िंदगी ये है मिरा नाम-ओ-निशाँ इनआम ये मेरे लिए ऐश-ओ-तरब मेरे लिए हैं रोज़-ओ-शब मेरे लिए हैं एक सब मेरे लिए मज़दूर का हो ख़श-कदा या अहल-ए-दौलत का मकाँ मैं ज़िंदगी हूँ ज़िंदगी ये है मिरा नाम-ओ-निशाँ मुतरिब की आवाज़ों में हूँ चिड़ियों की परवाजों में हूँ बजते हुए साज़ों में हूँ शह-ज़ोर जाँ बाज़ू में हूँ उठते हैं मेरे ज़ोर से तूफ़ान हों या आँधियाँ मैं ज़िंदगी हूँ ज़िंदगी ये है मिरा नाम-ओ-निशाँ हिम्मत है मेरी सिफ़त-शिकन इज़्ज़त है मेरा बाँकपन है आजिज़ी मेरा चलन क्या ग़म जो है राह-ए-मेहन है दस्त-ए-क़ुदरत में मिरे रख़्श-ए-तरक़्क़ी की इनाँ मैं ज़िंदगी हूँ ज़िंदगी ये है मिरा नाम-ओ-निशाँ आदम के दिल का राज़ हूँ जिब्रील की पर्वाज़ हूँ दाऊद की आवाज़ हूँ मैं नूह की दम-साज़ हूँ यूसुफ़ ने मेरी चाह की ईसा की हूँ रूह-ए-रवाँ मैं ज़िंदगी हूँ ज़िंदगी ये है मिरा नाम-ओ-निशाँ मेरे क़दम जब डट गए तेग़ों के बादल छट गए ख़ुद शेर पीछे हट गए ख़तरों के हल्क़े कट गए मैं ने फ़ना के रू-ब-रू हँस हँस के लीं अंगड़ाइयाँ मैं ज़िंदगी हूँ ज़िंदगी ये है मिरा नाम-ओ-निशाँ