पत्तियाँ कितनी भी आएँ जाएँ स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ देश का कोई भी गली कूचा रहे तिरंगा हमेशा सब से ऊँचा रहे तिरंगे में केसरिया सफ़ेद हरा रंग हैं तिरंगे के रंग हमारे देश के अंग हैं केसरिया सूर्य हरा विकास का प्रतीक सफ़ेद शांति और धर्म निर्भीक तीनों से मिल कर तिरंगा बनता है संतुलन बनाए रखने के लिए सरकार जनता है बस एक रंग को गर ज़ियादा महत्तव देंगे तो देश का संतुलन बिगाड़ लेंगे जब जनता सरकार ही संतुलन बिगाड़ने लग जाए तो फिर देश को बस जय श्री राम ही बचाए सही को सही ग़लत को ग़लत कहना देश-भक्ति ज़िम्मे-दारी का है गहना यदि हम अनैतिक को अनैतिक न कह पाएँ तो इस से अच्छा है कि हम गूँगे हो जाएँ आइए कोशिश करें की ज़िम्मेदार बनें आइए कोशिश करें की ईमान-दार बनें देश ज़िंदाबाद ही रहेगा गर हम ज़िम्मेदार न बनें देश ज़िंदाबाद ही रहेगा गर हम ईमान-दार न बनें देश ज़िंदाबाद ही रहेगा गर हम कुछ भी न बनें गर कुछ भी न कर सकें तो बस इतना करें हम मानवता के विरुद्ध कभी हथियार न बनें विपत्तियां कितनी भी आएँ जाएँ स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभ कामनाएँ