गाओ जय जय गान तिरंगा झंडे का ऊँचा रहे निशान तिरंगे झंडे का जब जब हम को दुश्मन ने ललकारा है हम ने सौ सौ जान से ख़ुद को मारा है जीवन है वरदान तिरंगे झंडे का सपनों को सच की माला पहनाएँगे मंज़िल मंज़िल आगे बढ़ते जाएँगे हम रक्खेंगे मान तिरंगे झंडे का इस की मिट्टी ने हम को महकाया है इस की छाया ने परवान चढ़ाया है हम पर है एहसान तिरंगे झंडे का साथी आओ हाथ बढ़ाओ यार बनू यार बनो दुख-सुख के साझे-दार बनो है जग में एलान तिरंगे झंडे का ऊँचा रहे निशान तिरंगे झंडे का गाओ जय जय गान तिरंगे झंडे का