काश By Nazm << परफ़ेक्ट इजाज़त >> काश कि तेरी रूह ज़रा भर लम्हे के लिए मिरे जिस्म में आ सकती तो शायद तू जान सकती इस दिल में तेरे लिए किस क़दर मोहब्बत है सिर्फ़ एक बार ज़रा भर के लिए ऐसा हो जाता Share on: