जनता का अरमान है झंडा आज़ादी की जान है झंडा भारत की पहचान है झंडा इस की अज़्मत के गुन गाओ और भी इस की शान बढ़ाओ इस से जितने रंग अयाँ हैं सब अपनी मंज़िल के निशाँ हैं इस में कितने राज़ निहाँ हैं इस की अज़्मत के गुन गाओ और भी इस की शान बढ़ाओ झंडा ही तौक़ीर-ए-वतन है झंडा ही तस्वीर-ए-वतन है झंडा ही तक़दीर-ए-वतन है इस की अज़्मत के गुन गाओ और भी इस की शान बढ़ाओ इस की लहरें आँख का तिल हैं ये सागर है हम साहिल हैं इस पर क़ुर्बां जान-ओ-दिल हैं इस की अज़्मत के गुन गाओ और भी इस की शान बढ़ाओ