चार बाग़ स्टेशन देखो शहर में एक नया-पन देखो सजी सजाई दुल्हन देखो क़दम क़दम पर फैशन देखो आओ तुम्हें लखनऊ दिखाएँ और यहाँ की सैर कराएँ कितना अच्छा चिड़िया घर है शेर हिरन भालू बंदर है मोर कबूतर और तीतर है अंदर मुर्दा अजाइब घर है आओ तुम्हें लखनऊ दिखाएँ और यहाँ की सैर कराएँ हज़रत गंज की सैर कराएँ क़ैसर बाग़ की लाट दिखाएँ और अमीनाबाद घुमाएँ शाम-ए-अवध रंगीन बनाएँ आओ तुम्हें लखनऊ दिखाएँ और यहाँ की सैर कराएँ ये पूरी यूपी का दिल है इस में एक छतर-मंज़िल है आर्ट स्कूल लब-ए-साहिल है नदवा देखने के क़ाबिल है आओ तुम्हें लखनऊ दिखाएँ और यहाँ की सैर कराएँ चौक नख़्ख़ास हुसैनाबाद गोलागंज नज़ीरबाद प्यार मोहब्बत में आज़ाद मर्द-ओ-ज़न शीरीं फ़रहाद आओ तुम्हें लखनऊ दिखाएँ और यहाँ की सैर कराएँ आओ शहद स्मारक दिखाएँ झंडे वाले पार्क में जाएँ बेली-गारद को समझाएँ मेडिकल कॉलेज दिखलाएँ आओ तुम्हें लखनऊ दिखाएँ और यहाँ की सैर कराएँ ये सब शहरों में न्यारा है नाम इस का कितना प्यारा है सब की आँखों का तारा है अम्न-ओ-सुकूँ का गहवारा है आओ तुम्हें लखनऊ दिखाएँ और यहाँ की सैर कराएँ