मन लहराया By Nazm << उलझन भाई बहन >> बादल ऊपर बादल आया छाजों बरसा ऐसे छाया रुत लहराई मन लहराया हम ने अपनी बदली काया खेले कूदे रंग जमाया भीगे-भागे ख़ूब नहाया भुट्टे वाला भुट्टे लाया देख के जिस को जी ललचाया आग में भूना नमक लगाया लेमूँ डाला मज़े से खाया Share on: