मेहंदी By Nazm << पागल लड़की गुज़ारिश >> मैं उस के नाम की मेहंदी सजा कर अपने हाथों पर उन्हें ता-देर तकती हूँ कि जितना प्यार वो करता है रंग उतना ही गहरा हो मगर ये देख कर हैरान होती हूँ न-जाने क्यूँ मिरे हाथों पे हर मेहंदी का रंग कच्चा ही आता है Share on: