मेरे दिल को यक़ीं था किसी ने सच कहा है कि रिश्ते मर नहीं सकते हमारे दरमियाँ जब राब्ते ना-मो'तबर ठहरें तो रिश्ते काम आते हैं ये टूटे राब्तों को जोड़ देते हैं मिरे दिल को यक़ीं था मगर इन चंद बरसों में कुछ ऐसे अजनबी मौसम मिरे अंदर उतर आए समय के साथ अब मुझ को यक़ीं होने लगा है कि ऐसा भी तो होता है हमारे दरमियाँ जब राब्ते ना-मो'तबर ठहरें तो रिश्ते सर पटक के मर भी जाते हैं