मोहब्बत अब नहीं होगी By Nazm << वालिद की वफ़ात पर ख़ाना-आबादी >> सितारे जो दमकते हैं किसी की चश्म-ए-हैराँ में मुलाक़ातें जो होती हैं जमाल-ए-अब्र-ओ-बाराँ में ये ना-आबाद वक़्तों में दिल-ए-नाशाद में होगी मोहब्बत अब नहीं होगी ये कुछ दिन बा'द में होगी गुज़र जाएँगे जब ये दिन ये उन की याद में होगी Share on: