मुन्नी की बकरी खोई कहीं है खोई कहीं है खोई कहीं है इस दुख में मुन्नी सोई नहीं है सोई नहीं है सोई नहीं है करते हैं में में बकरी के बच्चे बकरी के बच्चे बकरी के बच्चे कल शाम से हैं बेचारे भूके बेचारे भूके बेचारे भूके मुन्नी का भाई जंगल में पहुँचा जंगल में पहुँचा जंगल में पहुँचा हर सम्त फिर कर बकरी को देखा बकरी को देखा बकरी को देखा नदी किनारे बकरी को पाया बकरी को पाया बकरी को पाया उस को पकड़ कर साथ अपने लाया साथ अपने लाया साथ अपने लाया बकरी हुई ख़ुश घर अपने आ कर घर अपने आ कर घर अपने आ कर मुन्नी हुई ख़ुश बकरी को पा कर बकरी को पा कर बकरी को पा कर बच्चे थनों से चिमटे हुए हैं चिमटे हुए हैं चिमटे हुए हैं थोड़ी जगह में सिमटे हुए हैं सिमटे हुए हैं सिमटे हुए हैं देखो तो कैसी सीधी है बकरी सीधी है बकरी सीधी है बकरी सीधी है बकरी प्यारी है बकरी प्यारी है बकरी प्यारी है बकरी