कल कल करती जाती नदिया कितनी हँसती गाती नदिया जीवन का संगीत सुनाती बल खाती शरमाती नदिया पानी से भर जाती है जब सागर में मिल जाती नदिया मौजें लहरें झिलमिल झिलमिल सब के दिल को भाती नदिया अपने ग़म को सह जाती है हर दम हँसती गाती नदिया सुख दुख को हो साथी जैसे राह में आती जाती नदिया