मुझ से क्या हो गई ख़ता भाई क्यों सताता है ये बता भाई बीज क्यों नफ़रतों के बोता है दोस्तों को न वर्ग़ला भाई छोड़ दे बुग़्ज़ और हसद बिल्कुल अपने दिल को न घुन लगा भाई बद-गुमानी न दिल में पैदा कर बद-कलामी से बाज़ आ भाई गुनगुनाता है गीत फ़िल्मों के ना'त पढ़ और हम्द गा भाई ख़ूब मेहनत से पढ़ सबक़ अपना वक़्त पर मदरसे को जा भाई सब की ख़ुशियों में हो शरीक सदा दुख में हर इक के काम आ भाई