ये ज़रूरी नहीं तुम जिस परवीन की तलाश में हो वो नेक भी हो अक्सर ज़िंदगी के साथ क़दम से क़दम मिला कर चलने वाली लड़कियाँ पीछे रह जाती हैं और छिपकिली और कॉकरोच से डरने वाली लड़कियाँ मोहब्बत की दौड़ में अव्वल आ जाती हैं अजीब शहर है दुश्मन तो हँस के मिलता है ये मिरे दोस्त हैं जो बे-रुख़ी से मिलते हैं तुम्हारे बा'द तो ख़ुद से भी मिल नहीं पाए ये तुम से किस ने कहा हम किसी से मिलते हैं