न्याय की देवी की आँखों पर काली पट्टी देख रहे हो उस पट्टी को खोल के देखो आँखों के स्थान पे तुम को ज़ख़्म मिलेंगे उस देवी की दोनों आँखें खद्दर-धारी नोच चुके हैं अब ख़ुद ही इंसाफ़ की देवी नैन की भिक्षा माँग रही है कौन है जो एहसान करेगा अपनी आँखें दान करेगा