ज़माना एक वो भी था कि मेरे रास्ते में आ भी जाती गर कोई मुश्किल तो तेरा नाम ही मेरे लिए मुश्किल-कुशा था जैसे कोई क़ुफ़्ल-ए-अबजद जिस से खुल जाते थे सारे बंद दरवाज़े वो दरवाज़े कि जिन से हो के जाते थे मिरी दुनिया के सब रस्ते मसर्रत की सभी राहें मोहब्बत की गुज़रगाहें ज़माना एक ये भी है हमारे बीच कितना फ़ासला है और हमारे रास्ते कितने अलग हैं फिर भी मेरी वर्चुअल दुनिया के सारे बंद दरवाज़े तिरे ही नाम की चाबी से खुलते हैं तिरे ही नाम पर रक्खे हुए हैं मैं ने सारे पासवर्ड अपने