एक दिन लालू रोते आए आँसुओं से मुँह धोते आए अब्बा ने आ कर चुमकारा क्यों रोते हो किस ने मारा भाई जान ने पूछा आ कर आए मार कहाँ से खा कर दादी गिरती पड़ती आईं लठिया खट खट करती आईं लालू को जो रोते देखा पूछा बेटा किस ने मारा आ जा मेरी गोद में आ जा मेरा बन्ना मेरा राजा अम्माँ आईं आपा आईं रोटी और मिठाई लाईं लालू को गोदी में उठाया प्यार किया छाती से लगाया आपा बोलीं चुप हो जाओ रोटी और मिठाई खाओ फिर भाबी ने उन को बुलाया गीत सुना कर दिल बहलाया नहला कर कपड़े पहनाए अच्छे अच्छे खाने खिलाए लालू हैं इन सब के प्यारे हैं वो सब की आँख के तारे