सच्ची आँखें झूटी आँखें By Nazm << पोम्पिये नक़ाब जितने हैं >> ये आँखें इक ऐसे शख़्स का अतिया हैं जिस ने इस दोज़ख़ में रह कर इक जन्नत आबाद करी थी नफ़्स को ज़ंजीरें पहना कर रूह अपनी आज़ाद रखी थी Share on: