ताज गीत By बाल कविता, Nazm << लोगों का कुम्बा कैनवस कोई सादा नहीं >> किताब अम्माँ ने क्या मज़े की लिखी जिसे पढ़ के होती है हम को ख़ुशी करेंगे अगर याद हम ताज गीत तो हम सारे बच्चों में जावेंगे जीत फिर अब्बा को अपने सुनाएँगे हम और इनआ'म होगा नई इक किताब जो इस से बहुत अच्छी होगी जनाब Share on: