मुझे मम्मा मेरी न लोरी सुनाओ मुझे आप इक कम्पयूटर दिलाओ तमन्ना है रोबोट सब को बनाऊँ मैं इन उँगलियों पर जहाँ को नचाऊँ सितारों को इतना मैं मा'ज़ूर कर दूँ गुज़रगह बदलने पे मजबूर कर दूँ नहीं मुझ को सुननी वो बातें पुरानी मैं नुक़्तों से अब ख़ुद बनाऊँ कहानी मिला तीस नुक़्ते फ़क़त इक बनाऊँ मैं फिर दुश्मनों पर निशाने लगाऊँ उठाने किसी को न मैं जाऊँ आगे गिरा कर सभों को निकल भागूँ आगे भला सिर्फ़ अपना हो वो गुर सिखाओ मुझे मम्मा मेरी न लोरी सुनाओ