तिरे प्यार का नाम By Nazm << ज़िंदगी चेहरा माँगती है पगडंडी >> दिल पे जब होती है यादों की सुनहरी बारिश सारे बीते हुए लम्हों के कँवल खिलते हैं फैल जाती है तिरे हर्फ़-ए-वफ़ा की ख़ुश्बू कोई कहता है मगर रूह की गहराई से शिद्दत-ए-तिश्ना-लबी भी है तिरे प्यार का नाम Share on: