आँसुओं में भिगो के आँखों को By Qita << प्यास की पैदाइश तो कल का ... दिल को महव-ए-ग़म-ए-दिलदार... >> आँसुओं में भिगो के आँखों को देखते हो तो ख़ाक देखोगे आइने को ज़रा सा नम कर दो पैरहन चाक चाक देखोगे Share on: