अब भी रातें मिरी महकती हैं Admin Qita << चल रहे हैं क़तार में सूरज आसमानों पे नज़र आती है उस... >> अब भी रातें मिरी महकती हैं एक दिन ख़्वाब में वो आता था चलते चलते हुई कोई आहट मुड़ के देखा तो मेरा साया था Share on: