दिल रहीन-ए-ग़म-ए-जहाँ है आज By Qita << कहा बेटे ने इक तस्वीर अपन... मुतमइन कोई नहीं है उस से >> दिल रहीन-ए-ग़म-ए-जहाँ है आज हर नफ़स तिश्ना-ए-फ़ुग़ाँ है आज सख़्त वीराँ है महफ़िल-ए-हस्ती ऐ ग़म-ए-दोस्त तू कहाँ है आज Share on: