दिल से मजबूर आप से बेज़ार Admin बेबसी शायरी, Qita << दिल-ए-वीराँ को अब की बार ... आहटों के सराब में गुम हैं >> दिल से मजबूर आप से बेज़ार इस दोराहे पे आ गए होगे आओ बैठो कि बेबसी मालूम दिल से फिर मात खा गए होगे Share on: