दिल तो रोए मगर मैं गाए जाऊँ By Qita << दिल-ए-हसरत-ज़दा में एक शो... दिल को बर्बाद किए जाती है >> दिल तो रोए मगर मैं गाए जाऊँ रूह तड़पे मैं मुस्कुराए जाऊँ शेर कहता रहूँ यूँही 'अख़्तर' बात बिगड़ी हुई बनाए जाऊँ Share on: