डूब जाएगा आज भी ख़ुर्शीद By मायूसी, Qita << जो चोट भी लगी है वो पहली ... अंगड़ाई ये किस ने ली अदा ... >> डूब जाएगा आज भी ख़ुर्शीद आज भी तुम नज़र न आओगे बीत जाएगी इस तरह हर शाम ज़िंदगी भर हमें रुलाओगे Share on: