गरेबान By Qita << जा रहा था हरम को मैं लेकि... उस के आने की दुआ होती है ... >> गर्मी है इस क़दर कि मियामी के बीच पर उस को ख़याल-ए-नैकर-ओ-बनयान ही नहीं मैं ने कहा कि अपना गरेबाँ तो झाँक ले कहने लगी कि मेरा गरेबान ही नहीं Share on: