हमारी बातें ही बातें हैं सय्यद काम करता है Admin अकबर बीरबल शायरी, Qita << गिरी है बर्फ़ चमकते सियाह... रात हम इक शायर-ए-आज़म के ... >> हमारी बातें ही बातें हैं सय्यद काम करता है न भूलो फ़र्क़ जो है कहने वाले करने वाले में कहा जो चाहे कोई मैं तो कहता हूँ कि ऐ 'अकबर' ख़ुदा बख़्शे बहुत सी ख़ूबियाँ थीं मरने वाले में Share on: