हासिल-ए-इज्तिनाब सोचा है By Qita << छुप के आएगा कोई हुस्न-ए-त... न लिक्खो वस्ल की राहत सली... >> हासिल-ए-इज्तिनाब सोचा है रूठ जाएँगे ख़्वाब सोचा है सारी दुनिया करेगी एक सवाल तुम ने कोई जवाब सोचा है Share on: