ज़िंदगी साज़ दे रही है मुझे By Qita << गुलों में रंग तो था रंग म... कौन सूद-ओ-ज़ियाँ की दुनिय... >> ज़िंदगी साज़ दे रही है मुझे सेहर-ओ-एजाज़ दे रही है मुझे और बहुत दूर आसमानों से मौत आवाज़ दे रही है मुझे Share on: