कैफ़ पर भी है कैफ़ का आलम By Qita << दिल की धड़कन के पयामात से... सुकूँ-पसंद जो दीवानगी मिर... >> कैफ़ पर भी है कैफ़ का आलम आज मस्ती भी महव-ए-मस्ती है बात करता हूँ फूल झड़ते हैं आँख उठाता हूँ मय बरसती है Share on: