लब पे हँसते हुए बच्चों के नज़र आए हैं Admin बच्चों के लिये शायरी, Qita << उलझा हुआ है चंदा-ओ-स्कूल ... तअ'ज्जुब से कहने लगे ... >> लब पे हँसते हुए बच्चों के नज़र आए हैं दीदा-ए-तर के भी पर्दे में तुम्हें देखा है दिल की धड़कन में तुम्हारी ही सदा आई है नाला-ए-नीम-शबी में भी तुम्हें पाया है Share on: