ले के दिल दर्द पाएदार दिया By Qita << दूर घाटी से सर उठा के शफ़... ख़मोश झील पे क्यूँ डोलने ... >> ले के दिल दर्द पाएदार दिया चाँदनी के एवज़ ग़ुबार दिया शर्म आती है आप से कहते आप की दोस्ती ने मार दिया Share on: