मस्जिद को मत जाया कर Admin बोल शायरी, Qita << सहेली की सहेली 'अर्शि... इस धरती से उस अम्बर को लौ... >> मस्जिद को मत जाया कर मुझ को पास बिठाया कर मुझ से प्यार की बोली बोल मेरे लब से रोज़ा खोल Share on: