इस धरती से उस अम्बर को लौट गया Admin दोस्ती का रिश्ता शायरी, Qita << मस्जिद को मत जाया कर दिल से हो कर दिल तलक जाया... >> इस धरती से उस अम्बर को लूट गया फिर से ख़ुदा के आ'ला दर को लौट गया आदम-ज़ादों की दुनिया से तंग आ कर एक फ़रिश्ता अपने घर को लौट गया Share on: