मुफ़लिसों को अमीर कहते हैं By Qita << उफ़ ये उम्मीद-ओ-बीम का आल... कोई हर गाम पे सौ दाम बिछा... >> मुफ़लिसों को अमीर कहते हैं आब-ए-सादा को शीर कहते हैं ऐ ख़ुदा! तेरे बा-ख़िरद बंदे बुज़-दिली को ज़मीर कहते हैं Share on: