सबा के हाथ में नर्मी है उन के हाथों की By Qita << मेरी दुनिया में मोहब्बत न... वो दूर झील के पानी में तै... >> सबा के हाथ में नर्मी है उन के हाथों की ठहर ठहर के ये होता है आज दिल को गुमाँ वो हाथ ढूँड रहे हैं बिसात-ए-महफ़िल में कि दिल के दाग़ कहाँ हैं नशिस्त-ए-दर्द कहाँ Share on: