वो दूर झील के पानी में तैरता है चाँद By बेकसी, Qita << सबा के हाथ में नर्मी है उ... यूँ उस के हसीन आरिज़ों पर >> वो दौर झील के पानी में तैरता है चाँद पहाड़ियों के अँधेरों पे नूर छाने लगा वो एक खोह में इक बद-नसीब चरवाहा भिगो के आँसुओं में एक गीत गाने लगा Share on: