तू हक़ीक़त को समझता है तिलिस्मी तस्वीर By Qita << ज़िंदगी है कि इक हसीन सज़... ज़िंदगी इक फ़रेब-ए-पैहम ह... >> तू हक़ीक़त को समझता है तिलिस्मी तस्वीर तेरे नज़दीक ये एहसास की रानाई है तू ये कहता है मिरे दिल में है बे-जान बहार मैं ये कहता हूँ गुलिस्ताँ में बहार आई है Share on: