तू नहीं है न सही तेरी मोहब्बत का ख़याल By Qita << ज़िंदगी की दराज़ पलकों पर ज़िंदगी है कि इक हसीन सज़... >> तू नहीं है न सही तेरी मोहब्बत का ख़याल ढूँढ लेता है तुझे हुस्न की नज़्ज़ारों में मुस्कुराता है दम-ए-सुब्ह उफ़ुक़ से कोई रक़्स करता है कोई रात को सय्यारों में Share on: