तुझे पाया कि तुझ को खो दिया है By आँसू, Qita << 'मीर' को ज़ोफ़ मे... इस हसीं जाम में हैं ग़ल्त... >> तुझे पाया कि तुझ को खो दिया है ये अक्सर सोच कर दिल रो दिया है हमारा दाग़-ए-दिल जाए न जाए तिरा दामन तो हम ने धो दिया है Share on: