उस को किरनों ने दी है ताबानी By Qita << जब कोई जुगनू चमकता है अँध... मय-कशी सुब्ह-ओ-शाम करता ह... >> उस को किरनों ने दी है ताबानी उस को महताब ने सँवारा है यूँ वो औरत ज़रूर है लेकिन उस की बुनियाद इस्तिआरा है Share on: